
मुंबई। सेंसर बोर्ड ने अभिनेता आमिर खान की आगामी फिल्म 'पीपली लाइव' को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है। किसानों की आत्महत्या की पृष्ठिभूमि पर आधारित इस फिल्म में गांवों के क्रियाकलाप और बेबाक भाषा को हू-ब-हू दर्शाया गया है।इस फिल्म से जुड़े आमिर खान के एक करीबी सूत्र का कहना है कि फिल्म की कहानी की मांग के अनुसार उसमें दर्शाए गए गए कुछ ग्रामीण परवेश और भाषा के दृश्य को काटने के बाद सेंसर बोर्ड ने 'यू' सर्टिफिकेट देने का संकेत दिय था। परंतु आमिर इससे सहमत नहीं थे। वे 'पीपली लाइव' फिल्म में से एक भी लाइन काटने के पक्ष में नहीं थे। इसलिए उन्होंने अपनी इस फिल्म को 18 वर्ष से अधिक उम्र के दर्शकों को ही दिखाने का आखिरकार निर्णय लिया।'पीपली लाइव' फिल्म ने सनडेन्स फिल्म समारोह में अपनी आधिकारिक एंट्री के साथ ही जमकर सुर्खियां बटोरी हैं। इतना ही नहीं इस फिल्म ने वल्र्ड सिनेमा कथा की श्रेणी में एंट्री पाई है। इस समारोह में एंट्री पाने वाली यह पहली भारतीय फिल्म है। यही वजह है कि अभिनेता आमिर खान भारतीय दर्शकों को यह फिल्म दिखाते वक्त उसमें किसी भी प्रकार का कट करने के जरा भी पक्ष में नहीं थे। इस फिल्म की डायरेक्टर दिल्ली की अनुषा रिजवी का कहना है कि यह एक व्यंग्य फिल्म है, जो गांव के कडुवे सच को बयां करती है और हमारा मकसद भी दर्शकों को असली भारत से रू-ब-रू कराना है।
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